स्पेनिश, पुर्तगाली, इटालियायी एवं लातिन अमेरिकी अध्ययन केन्द्र (CSPILAS) जो कि SLL&CS के अन्तर्गत आता है में विधिवत अध्ययन-अध्यापन लगभग तीन दशक पहले प्रारंभ हुआ । यह केन्द्र अपने छात्रों एवं अध्यापकों के द्वारा केवल भारतवर्ष में ही नहीं अपितु पूरे दक्षिण-पूर्व एशिया में एक अलग एवं उच्च स्थान रखता है। यह केन्द्र भाषा, भाषाविज्ञान एवं स्पेन एवं अन्य स्पेनिश-भाषी देशों के साहित्य,संस्कृति एवं सभ्यता का विशिष्ट प्रकार से अध्ययन एवं उसपर शोधकार्य कराने के लिए प्रसिद्ध है। यह केन्द्र अन्तरविषयक अध्ययन यथा इतिहास, समाजशास्त्र, दर्शनशास्त्र एवं सामाजिक-राजनैतिक इत्यादि विषयों का तुलनात्मक अध्ययन करने-कराने हेतु मशहूर है । इस अध्ययन केन्द्र का बहुत सारे विदेशी विश्वविद्यालय/संस्थानों से शोध एवं विकास कार्यक्रम के तहत गठजोड़ है एवं समय-समय पर यहां "सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम" के तहत विदेशी विद्वानों का आगमन होता रहता है एवं यहां के छात्र उन देशों को जाते रहते हैं ।
वर्तमान में इस संकाय के अध्यक्ष प्रो. एस. पी. गांगुली हैं, जिनकी दक्षता "लातिन अमेरिकी समाज एवं साहित्य" और "भारत-स्पेनी स्वागत अध्ययन" विषयों में है। इनके अतिरिक्त प्रो. अनिल ढींगरा, ए. चट्टोपाध्याय, इन्द्राणी मुखर्जी (दोनों एसोसिएट प्रोफेसर), मीनू बख्शी, सोवोन कु. सान्याल, राजीव सक्सेना, मीनाक्षी सुन्द्रियाल एवं गौरव कुमार (पूर्वोक्त पांचों एसिस्टेन्ट प्रोफ़ेसर)हैं , जिनके द्वारा यह केन्द्र गौरवान्वित हो रहा है।
इस केन्द्र में नियमित बी.ए. एवं एम.ए. के अतिरिक्त एम.फिल. और पी.एच.डी. निम्नलिखित शोधक्षेत्रों में करायी जाती है-
* स्पेनी एवं लातिन अमेरिकी साहित्य
* भाषाविज्ञाना ( ध्वनिशास्त्र एवं कोशशास्त्र सहित)
* अनुवाद एवं व्याख्या
* संस्कृति एवं सभ्यता
* साहित्य-सिद्धान्त
* तुलनात्मक साहित्य
* साहित्यिक आलोचना का इतिहास
* ब्राजीलियायी अध्ययन
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